राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी के समक्ष प्रधानमंत्री और केन्द्र सरकार पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया, कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई। सोनिया गांधी ने लॉकडाउन और कोरोना वायरस के मद्देनजर देश के हालात जाने।

 


न्यूजडेस्क। गुरुवार, 23 अप्रैल को कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने पार्टी की वर्किंग कमेटी की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की। इस बैठक में सोनिया गांधी ने कांग्रेस शासित मुख्यमंत्रियों और प्रमुख पदाधिकारियों से लॉकडाउन और कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर देश के हालात जाने। बैठक में मौजूद राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी को बताया कि कोरोना वायरस से लडऩे में केन्द्र सरकार और प्रधानमंत्री का अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा है। गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार अपने स्तर पर युद्ध लड़ रही है। लेकिन हाल ही में रेपिड टेस्ट किट के फेल हो जाने से इंतजामों में धक्का लगा है। उन्होंने कहा कि आईसीएमआर के दिशा निर्देशों के अनुरूप ही चीन से रेपिड किट खरीदे गए थे। प्रदेश में कोरोना वायरस के टेस्ट का काम तेजी से चल रहा था। लेकिन रेपिड किट फेल हो जाना दुर्भाग्यपूर्ण रहा। गहलोत ने सोनिया गांधी को बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उन्होंने अनेक सुझाव दिए थे। लेकिन उन पर अमल नहीं हुआ। वर्ष 2011 के आंकड़ों के अनुरूप केन्द्र सरकार गेहूं आदि की सप्लाई कर रहा है। जबकि 2011 के बाद बीपीएल और अन्य जरुरतमंद परिवारों की संख्या बढ़ गई। उन्होंने कोरोना वायरस के मद्देनजर केन्द्र सरकार से अतिरिक्त बजट के आवंटन की मांग भी की थी, लेकिन केन्द्र से अभी तक भी बजट प्राप्त नहीं हुआ है। केन्द्र को यह भी सुझाव दिया गया था कि कोरोना वायरस के टेस्ट किट, वेंटीलेटर आदि की खरीद केन्द्रीयकृत तरीके से हो यानि ऐसे चिकित्सा उपकरणों की खरीद केन्द्र सरकार के द्वारा हो और मांग के अनुरूप राज्यों को दी जाए। लेकिन इस सुझाव पर भी अमल नहीं हुआ। सीएम गहलोत ने सोनिया गांधी को बताया कि राजस्थान में राज्य सरकार अपने संसाधनों से ही कोरोना वायरस से मुकाबला कर रही है। हमें केन्द्र सरकार का कोई सहयोग नहीं मिल रहा है। बैठक में श्रीमती गांधी ने राज्य सरकार के कार्यों की प्रशंसा की। 
(साभार : एसपी.मित्तल)