नो कोरोना ; भीलवाड़ा के पॉजिटिव केस को लेकर गफलत, मचा हड़कंप, सरकार की सफाई केस भरतपुर का था..!


न्यूजडेस्क। राजस्थान के भीलवाड़ा के युवक को कोरोना पॉजिटिव केस बताने में जयपुर के एसएमएस चिकित्सालय के लेब स्टाॅफ की टाईपिंग गलती से भीलवाड़ा में हडकंप मचा दिया तथा यह हड़कंप व तनाव भरा माहौल दोपहर से शुरू हुआ जो देर रात तक बना रहा। इस युवक के पॉजिटिव होने की सूचना के आधार पर भीलवाड़ा के जिला कलेक्टर ने भीलवाड़ा शहर में लोक डाउन व महाकर्फ़्यू को सख्त करने के निर्देश जारी किये। यहीं नहीं जोधपुर से भीलवाड़ा पहुंचे इस युवक के क्वारंटीन भंग करने की शिकायत को लेकर जिला कलेक्टर ने उसके खिलाफ पुलिस मामला दर्ज कराते हुए उसके मौहल्ले तक को सील कर दिया। रात को 9 बजे जयपुर से जारी मेडिकल बुलेटिन में जब इस रिपोर्ट का खुलासा हुआ और एसीएस मेडिकल रोहित कुमार सिंह ने सरकार की ओर से सफाई दी कि लेब स्टाफ की टाइपिंग गलती से भरतपुर के एक केस की पोजेटिव रिपोर्ट को भीलवाड़ा की बता दिया है आज दिनांक को भीलवाड़ा का कोई भी केस पॉजिटिव नहीं है। सरकार की इस सफाई के बाद भी दे रात तक भीलवाड़ा में कोई भी अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं हुआ, अलबत्ता चिकित्सालय सूत्रों ने यह जरूर कहा कि आज जिस युवक को कोरोना पॉजिटिव बताकर उसे चिकित्सालय में भर्ती किया गया है उसकी रिपोर्ट जल्दी मंगवाने का प्रयास किया जा रहा है। उसके आधार पर ही आगे कार्रवाई संभव हो सकेगी। सूत्रों के मुताबिक
एसीएस मेडिकल रोहित कुमार सिंह द्वारा सरकार की ओर से देर रात सफाई दी गई कि आज भीलवाड़ा का कोई केस नहीं है। भीलवाड़ा के बजाय वो केस भरतपुर का था। एसएमएस जयपुर के लेब स्टाफ की ओर से टाइपिंग की गलती से यह गफलत हुई है।
देर रात तक भीलवाड़ा जिला प्रशासन की ओर से इस संबंध में कोई अधिकृत बयान जारी नहीं किया गया, इसलिए भीलवाड़ा शहर व जिले में 20 अप्रैल से राजस्थान सरकार के माडिफाइड लोकडाउन के आधार मिलने वाली सुविधाओं के बारे में अभी असंमजस बना हुआ है। भीलवाड़ा के युवक के पॉजिटिव होने के आधार पर विजयसिंह पथिक नगर के 55 जनों को होम क्वारंटीन किया गया तथा उसकी पत्नी, बच्चे सहित पूरे परिवार को अस्पताल में भर्ती किया गया है।