आचार्यश्री लोकेशजी ने विश्व विख्यात धर्म गुरुओं के साथ वैश्विक प्रार्थना को लाइव संबोधित किया



कोरोना की रोकथाम में आयुर्वेद और योग के प्रयोग प्रभावी : श्रीश्री रविशंकर



कमजोर के साथ मध्यम वर्ग की  परेशानियों पर सरकार ध्यान दें : आचार्यश्री लोकेश



नई दिल्ली। कोरोना महामारी से उत्त्पन्न वैश्विक संकट के परिपेक्ष में इंडियन योग एसोसिएशन द्वारा वैश्विक प्रार्थना का आयोजन किया गया, जिसमें विश्व भर से प्रख्यात धर्म गुरुओं व योगाचार्यों ने भाग लिया, जिसमें प्रमुख रूप से अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक प्रख्यात जैनाचार्य डॉ लोकेशजी, आर्ट ऑफ़ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकरजी, पतंजलि योग पीठ के संस्थापक बाबा रामदेवजी, गायत्री परिवार के प्रमुख डॉ प्रणव पंड्याजी , इंडियन योग एसोसिएशन के प्रमुख डॉ एचआर नागेन्द्रजी, परमार्थ निकेतन के प्रमुख स्वामी चिदानंद सरस्वतीजी, साध्वी भगवती सरस्वतीजी, द योग इंस्टिट्यूट के प्रमुख डॉ हंसाजी, मोक्षयातन के प्रमुख स्वामी भारतभूषणजी, श्री रामाचन्द्र मिशन के प्रमुख दादा कमलेश पटेलजी, कैवल्यधाम के प्रमुख श्री ओ.पी.तिवारीजी, रामकृष्ण मिशन विवेकानंदा यूनिवर्सिटी के प्रमुख स्वामी अत्मप्रियनान्दाजी, पोर्तुगुएसे योग कॉन्फ़ेडरेशन के प्रमुख स्वामी अमृता सुर्यनन्दाजी, योग इन डेली लाइफ के प्रमुख स्वामी महेश्वरानंदजी, सर्व योग इंटरनेशनल के प्रमुख अन्तोनिएत्ता रोज्ज़ी ने भाग लेते हुए संबोधित किया। अहिंसा योग व मेडिटेशन सेंटर के प्रमुख आचार्यश्री डॉ लोकेशजी ने इस अवसर पर ऑनलाइन ज़ूम मीटिंग को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के इस अभिशाप को वरदान में बदलने का प्रयास करे। यह अवसर है जब हम अपनी जीवन शैली व रहन सहन को पुनः परिभाषित करे।  उन्होंने कहा कि दैनिक दिनचर्या में ध्यान योग, सद, साहित्य का पठन-पाठन व बच्चे और बुजुर्गो के साथ विचार विनिमय को जीवन शैली का हिस्सा बनायें। आचार्य लोकेशजी ने आह्वान करते हुए यह भी कहा कि संपन्न वर्ग इस अवसर पर दिल खोलकर कमज़ोर वर्ग की मदद के लिए आगे आये। उन्होंने सभी से मध्यम वर्ग की परेशनियों की ओर ध्यान देने की मार्मिक अपील की।
आचार्यश्री लोकेशजी ने देश के उधोगपतियों को आह्वान करते हुए कहा कि चीन से व्यापार के प्रति बहुत से देशों का दृष्टिकोण बदल रहा हैं। ऐसे समय में अपने देश में कैसे उत्पादन क्षमता को बढाया जाय, नए उद्योगों को स्थापित किया जाय इससे हम आर्थिक दृष्टी से भी शक्तिशाली बनकर उभर सकेंगे। इस कार्यक्रम को इंडियन योग एसोसिएशन के सोशल मीडिया प्लेटफार्म तथा सुदर्शन न्यूज़ चैनल द्वारा लाइव प्रसारित किया गया।