'प्रेम घर का पाया होता है'


मेरा परिवार मेरा संसार कार्यशाला आयोजित




बीकानेर। सहनशीलता, ग्रहणशीलता, विनयशीलता, श्रमशीलता और परस्पर संवाद से परिवार सुखी और संपन्न होता है। यह विचार साध्वीश्री गुप्तिप्रभाजी ने शुक्रवार को गंगाशहर स्थित शांतिनिकेतन में व्यक्त किए।
गंगाशहर तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्षा ममता रांका ने बताया कि शासनश्री साध्वीश्री अमितप्रभजी के सान्निध्य में अखिल भारतीय महिला मंडल द्वारा निर्देशित 'मेरा परिवार मेरा संसार' कार्यशाला का आयोजन किया गया। रांका ने संयुक्त परिवार की महत्ता बताते हुए लड़के और लड़कियों को शादी से पहले ही सामाजिक और पारिवारिक दोनों जिम्मेदारियों से अवगत कराने सम्बंधी अपने विचार व्यक्त किए।  कार्यक्रम में नाटिका के माध्यम से परिवार को 'नर्क से स्वर्ग कैसे बनाया जाए' की प्रस्तुति दी गई। तेरापंथ समाज से हाल ही में चुनी हुए पार्षद सुमन छाजेड़ और पार्षद मंजू सोनी का तथा भानुप्रिया जैन आरजेएस बनने पर महिला मंडल द्वारा सम्मान किया गया। कार्यक्रम में सभा अध्यक्ष  पीसी तातेड़, तेयुप अध्यक्ष पवन छाजेड़, नयनतारा छल्लाणी, आरजेएस भानुप्रिया, सुमन छाजेड़ ने विचार व्यक्त किए। कार्यशाला में लगभग 200 श्रावक-श्राविकाएं पारिवारिक एवं सामाजिक जिम्मेदारियों से रुबरु हुए। इस अवसर पर बिंदु छाजेड़, अंजू बोथरा, सुनीता डोसी, मीनाक्षी आंचलिया, निशा सेठिया, ममता बच्छावत,  कन्या मंडल की सह संयोजिका सोंपी डागा, मुदिता डाकलिया आदि सहभागी रहे। संचालन वर्षा बैद किया ने तथा सुनीता पुगलिया ने आभार व्यक्त किया।