मंत्री, विधायक व प्रशासनिक अधिकारियों सहित दुनियाभर से करीब एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल के दर्शन कर लगाया जयकारा जय श्री महाकाल..


बम बम, जय श्री महाकाल के उद्घोष से गूंजी अवंति नगरी, हर्षोल्लास से मनाया महाशिवरात्रि पर्व



 


उज्जैन। विश्‍व प्रसिद्ध 12 ज्‍योतिर्लिंगों में से एक दक्षिण मुखी श्रीमहाकालेश्‍वर मंदिर में महाशिवरात्रि का पर्व बडी धूमधाम के साथ मनाया गया। मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं ने अलग-अलग कतार में लगकर भगवान महाकाल के दर्शन किये। महाशिवरात्रि पर्व पर अपरान्‍ह्: तक लगभग सवा लाख दर्शनार्थियों ने भगवान महाकाल के दर्शन कर लिये थे। महाशिवरात्रि पर्व पर जिला प्रशासन एवं मंदिर प्रशासन के द्वारा व्‍यापक व्‍यवस्‍थाएं की गई थी। अच्‍छी व्‍यवस्‍थाओं के कारण श्रद्धालुओं को सरलता से भगवान महाकाल के दर्शन होने पर श्रद्धालुओं के द्वारा प्रसंशा व्‍यक्‍त की गई। उज्‍जैन जिले के प्रभारी मंत्री सज्‍जन सिंह वर्मा ने दोपहर को भगवान महाकाल के दर्शन नंदीहॉल से किये। उन्‍होंने जिला प्रशासन, मंदिर प्रशासन, पुलिस प्रशासन आदि के द्वारा की गई अच्‍छी व्‍यवस्‍थाओं पर संतोष प्रकट करते हुए सराहना की। महाशिवरात्रि पर्व पर आम दर्शनार्थियों के साथ-साथ गृहमंत्री बाला बच्‍चन, घटिया के विधायक रामलाल मालवीय, नागदा खचरौद के विधायक दिलीप गुर्जर सहित अन्‍य जन प्रतिनिधियों ने भगवान महाकाल के दर्शन किये। महाशिवरात्रि पर्व पर संभागायुक्‍त अजीत कुमार, आईजी. राकेश गुप्‍ता, कलेक्‍टर शशांक मिश्र, पुलिस अधीक्षक सचिन अतुलकर ने भगवान महाकाल के दर्श्‍न किये। मंदिर प्रशासक एवं अपर कलेक्‍टर एसएस. रावत ने पूरे मंदिर की संपूर्ण व्‍यवस्‍था की निगरानी एवं मॉनिटरिंग की।



भगवान महाकाल की आज दोपहर में होगी भस्मार्ती, पुष्‍प सेहरा धारण कर दिव्‍य रूप में होंगे दर्शन..


पृथ्‍वी लोक के अधिपति भगवान महाकाल 22 फरवरी, शनिवार को पुष्‍प सेहरा धारण कर श्रद्धालुओं को अपने दिव्‍य रूप में दर्शन देंगे। वर्ष में एक ही बार महाशिवरात्रि पर्व के दूसरे दिन 22 फरवरी को भगवान महाकाल की दोपहर में भस्‍मार्ती होगी। महाशिवरात्रि पर्व 21 फरवरी की प्रात: भस्‍मार्ती से अगले दिन 22 फरवरी की रात्रि को पट मंगल होने तक भगवान महाकाल के पट खुले रहेंगे। महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान महाकाल का सायं 04 बजे होलकर एवं सिंधिया स्‍टेट की ओर से पूजन हुआ। संध्‍या आरती 5.30 बजे संपन्‍न हुई। कोटेश्‍वर भगवान का पूजन रात्रि 8 बजे से 10 बजे पूजन होगा। भगवान महाकाल को रात्रि 10.30 बजे के बाद जलपात्र से जल चढना बंद हो जायेगा तथा महापूजन प्रारंभ होगा। इसी तरह महाशिवरात्रि के अगले दिन 22 फरवरी को प्रात: 4 बजे से सेहरा चढना और प्रात: 6 बजे सेहरा आरती होगी। प्रात: 11 बजे से सेहरा उतरना प्रारंभ होगा। दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक भगवान महाकाल की भस्‍मार्ती होगी। दोपहर 2.30 बजे से 3 बजे तक भोग आरती तत्‍पश्‍चात ब्राम्‍हण भोज होगा। संध्‍या पूजन शाम 5 बजे से 5.45 बजे भगवान को जल चढना बंद होगा। शाम 6.30 बजे से 7.15 बजे तक संध्‍या आरती और रात्रि 10.30 बजे शयन आरती के बाद 11 बजे पट मंगल होंगे।