देश की ‘गरिमा’ को बढ़ाने दिखाया जोशीला अंदाज..


बेंगलुरु के कब्बन पार्क में परिवर्थोन में दौड़े बच्चे, युवा और बुजुर्ग



स्पाइनल काॅर्ड इंजरी से पीड़ित पूर्व एथलीट के सहयोगार्थ हुआ आयोजन



बेंगलूरु, संजय जोशी। बेहतर स्वास्थ्य, बेहतर समाज और बेहतर देश के निर्माण के लिए रविवार सुबह यहां एक जागरुकता दौड़ परिवर्थोन का आयोजन किया गया। स्थानीय कब्बन पार्क में इस कार्यक्रम में करीब 700 लोगों ने भाग लिया जिसमें 3 वर्ष के बच्चों सहित करीब 83 वर्ष तक के बुजुर्ग व 60 से अधिक व्हीलचेयर प्रतिभागी शामिल हुए। बेंगलोर सेंट्रल माॅल एवं रीबाॅक द्वारा प्रायोजित यह कार्यक्रम लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता के साथ-साथ मुख्य रुप से स्पाइनल काॅर्ड इंजरी से पीड़ित उत्तराखंड की पूर्व एथलीट गरिमा जोशी के उत्साहवर्द्धन एवं टोक्यो पेराआॅलम्पिक-2020 में भाग लेने के लिए सहयोगार्थ रखा गया था। बेंगलोर सेंट्रल माॅल के जीएम एवं आयोजन के मुख्य सूत्रधार राकेश सिंह ने बताया कि कार्यक्रम में मिसेज इंडिया रनरअप एवं पूर्व स्केटिंग चेंपियन शिवानी डे, कोर्डिनेटर सुधा गंगाधरन, प्रोटोंस स्पोर्ट्स एंड फिटनेस के धर्मेंद्रकुमार, एथलीट हनीसिंह, माई साह फाउण्डेशन की चेयरपर्सन डाॅ.आसु साह, सुनीत गुप्ता व वयोवृद्ध आईटी इंजीनियर सुनीता प्रसन्ना सहित बड़ी संख्या में लोगों ने उत्साह से भाग लिया। राकेशसिंह ने बताया कि सामाजिक सरोकारों के तहत जागरुकता भरी इस परिवर्थोन दौड़ में लोगों ने बेहद उत्साह से भाग लिया। उन्होंने कहा, ‘हमने एक 21 वर्षीय पूर्व एथलीट युवती गरिमा, जो कि एक दुर्घटना में स्पाईलन काॅर्ड इंजरी की शिकार हो गई। निश्चित ही यह होनहार बालिका भविष्य में देश के लिए पेरा आॅलम्पिक में भाग लेकर हमें गौरवान्वित करेगी।’ गरिमा ने भी बताया कि पेरा आॅलम्पिक-2020 में भाग लेने के तहत वह अपनी केटैग्री में क्लासिफिकेशन के लिए इसी माह जर्मनी जाएगी, इसके लिए उन्हें आर्थिक सहयोग की जरुरत थी, सैकड़ों लोगों के सहयोग और दुआओं से वह अभिभुत हैं। उन्होंने कहा कि ‘मुझे देश की गरिमा बढ़ानी है इसके लिए वह सतत् प्रयत्नशील हैं।’ कार्यक्रम में स्केटिंग करते हुए शामिल हुई पूर्व राष्ट्रीय चैंपियन एवं मिसेज इंडिया रनरअप शिवानी ने भी कहा कि इस कार्यक्रम ने उनके दिल को छू लिया, एक मंच पर आकर लोगों की जागरुकता ने आयोजन को व्यापक और ऐतिहासिक बना दिया। माई साह फाउण्डेशन की चेयरपर्सन डाॅ.आसु साह ने गरिमा के लिए दो व्हील चेयर और मेडिकल ट्रीटमेंट हेतु आर्थिक सहयोग की घोषणा की। उन्होंने बताया कि स्पाईनल काॅर्ड रोग किसी एक चिकित्सक के द्वारा नहीं, बल्कि अनेक विशेषज्ञ चिकित्सकों के समूह, सोसायटी और रोगी की मानसिक स्थित को सकारात्मक व सृदृढ़ करके ठीक किया जा सकता है। इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों को रिबाॅक की ओर से टीशर्ट, मेडल व सर्टिफिकेट प्रदान किए गए। विभिन्न उम्र वर्ग की इस परिवर्थोन में बच्चों के लिए एक किमी., दो किमी. (व्हीलचेयर), पांच किमी. व दस किमी. की दौड़ आयोजित हुई जिसमें प्रथम तीन विजेताओं को ट्राॅफी प्रदान की गई। आयोजन की अपार सफलता के बाद भावुक हुई गरिमा जोशी एवं राकेश सिंह ने जताया।