समता जीवन और व्यवहार आचार्य नानेश की विश्व को अनुपम देन : कमल सिपानी


अनन्य महोत्सव 2020 में जीवंत हुआ आचार्य नानेश का समतामय जीवन 


बेंगलुरु। यहां के पैलेस ग्राउंड स्थित प्रिंसेस गोल्फ में आचार्य नानेश जन्म शताब्दी वर्ष 2020 'अनन्य महोत्सव' का विशाल आयोजन संपन्न हुआ। पंच परमेष्ठी वन्दना एवं संघ गान 'संघ हमारा अविचल मंगल, नंदनवन सा महक रहा' की बालक-बालिकाओं द्वारा भावपूर्ण प्रस्तुति से कार्यक्रम का भव्य शुभारम्भ हुआ। अखिल भारतवर्षीय साधुमार्गी जैन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौतमचंद रांका (मुंबई) ने आचार्य नानेश के बहु आयामी व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नानेशाचार्य के समता सन्देश को अनन्य महोत्सव के राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम द्वारा जन जन तक पहुँचाने के लिए हर व्यक्ति को अपनी पूरी शक्ति के साथ संघ से जुड़ने की आवश्यकता है। साधुमार्गी जैन संघ बेंगलुरु के अध्यक्ष कमल सिपानी ने राष्ट्रीय पदाधिकारियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आचार्य नानेश इस युग के महान आचार्य हुए हैं। 'समता जीवन और व्यवहार' पर उनका अद्भुत चिंतन एवं पावन प्रेरणा इस विश्व को अनुपम देन है। उन्होंने समता को अपने जीवन में पूर्ण रूप से साकार कर एक आदर्श प्रस्तुत किया। राष्ट्रीय अनन्य प्रवास यात्रा संयोजक दीपक मोगरा, उदयपुर ने 'सकारात्मक अनन्य कार सेवा' योजना की बहुत ही सहजगम्य रूप से प्रस्तुति दी। राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बम्ब (टोंक) ने सामाजिक प्रकल्प पर विशेष प्रकाश डालते हुए हर स्थान पर नियमित रूप से समता शाखा के संचालन को और उन्नति के साथ आगे बढ़ाने का आह्वान किया। वीर पिता अशोक नागोरी ने आचार्य नानेश को समता सूरज बताते हुए कहा कि नानेशाचार्य ने अपने जीवन में भगवान् महावीर के सन्देश 'समयं गोयम मा पमायए' को पूर्ण रूप से उतारा और संयम जीवन में हर क्षण को सार्थक किया। समता महिला समिति की राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष सुमन सुराणा (सूरत) ने राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जा रही नानेशवाणी खुली किताब परीक्षा एवं जैन तत्व ज्ञान के खजाने 50 थोकड़े के ज्ञानवर्धक कार्यक्रम एवं 'केसरिया कार्यशाला' की जानकारी दी। समता युवा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अतुल पगारिया, जावरा ने रामेशाचार्य द्वारा सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन हेतु प्रतिपादित उत्क्रांति के सभी 12 नियमों को समझाते हुए सभी से उत्क्रांति से जुड़ने का आह्वान किया। साधुमार्गी ग्लोबल कार्ड संयोजक वीरेंदर गेलड़ा कोलकाता ने सभी को 'परिवारांजलि' के आयामों से अवगत कराया। अनन्य महोत्सव चेयरमैन विमल सिपानी ने नानेश जन्म शताब्दी महोत्सव 2020 को जीवन में यादगार अवसर बनाने का आह्वान किया। संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इन्द्रचंद सिपानी ने दक्षिण भारत में अनन्य महोत्सव के कार्य की प्रगति पर प्रकाश डाला। कर्नाटक आंध्रप्रदेश के अनन्य महोत्सव समन्वयक उत्तमचंद कोठारी ने आभार व्यक्त किया। मंत्री कुलदीप नंदावत ने महोत्सव स्थल पर लगाए गए संघ की योजनाओं के विविध स्टाल्स की जानकारी दी। संघ के शिखर सदस्य रिद्धकरण सिपानी, विधान परिषद् सदस्य लहरसिंह सिरोया, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गोपालचंद खिंवसरा ने संघ की ओर से विकलांगों को कृत्रिम पैर वितरण किये। कर्नाटक मारवाड़ी यूथ फेडरेशन की और से कुशल पिरगल ने बताया कि फेडरेशन द्वारा पिछले अनेक वर्षों से जन सहयोग से कृत्रिम पाँव वितरण एवं डायलिसिस का कार्य विशाल स्तर पर संचालित है। नियामक परिषद सदस्य किशोर कर्नावट ने बताया कि अनन्य महोत्सव रक्तदान शिविर में साधुमार्गी संघ के सदस्यों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया जिसमें करीब 196 यूनिट रक्त दान किया गया। इस अवसर पर शिखर सदस्य दिनेश सिपानी, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष जसकरण सुराणा, राष्ट्रीय मंत्री नरेंद्र पोखरना, संघ के कोषाध्यक्ष महावीर चोपड़ा, समता महिला संघ की राष्ट्रीय अध्यक्ष नंदा कर्नावट, महामंत्री गीता दक, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष कुमुद सिपानी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आशा कोठारी, राष्ट्रीय मंत्री राखी गाँधी, समता महिला संघ अध्यक्षा मंजू देसरला, मंत्री ज्योति धोका, युवा संघ के अध्यक्ष सुशील बरमेचा, मंत्री भरत मुणोत आदि मंच पर आसीन थे। इस अवसर पर बड़ी संख्या में बेंगलूरु के विभिन्न संघों के पदाधिकारीगण उपस्थित हुए जिनमें  केएमवाईएफ के एफआर सिंघवी, विल्सन गार्डन संघ अध्यक्ष मीठालाल मकाणा, मल्लेश्वरम संघ चेयरमैन बाबूलाल दक, मेवाड़ बीसा ओसवाल जैन संघ के मार्गदर्शक लादूलाल ओस्तवाल, रत्न हितेषी संघ अध्यक्ष पदमराज मेहता, गणेशबाग संघ अध्यक्ष लालचंद मांडोत, मंत्री सम्पतराज मांडोत, हनुमंतनगर संघ अध्यक्ष हुक्मीचंद कांकरिया, सुधर्म जैन संघ संरक्षक धनपतराज सुराणा, शांतिनगर संघ अध्यक्ष प्रकाशचंद मुथा, हलसूरु संघ अध्यक्ष विजयराज लोढ़ा, शूले संघ मंत्री मनोहर बम्ब, संजयनगर संघ संरक्षक निर्मलकुमार मोगरा, अध्यक्ष रमेशचंद नंदावत, डीआर रांका डायलिसिस सेंटर अध्यक्ष डॉ उत्तमचंद खींचा, जैन कांफ्रेंस मार्गदर्शक बी शांतिलाल पोकरना, सिटी संघ के शांतिलाल मकाणा, त्यागराजनगर संघ अध्यक्ष नेमीचंद तालेड़ा, गंगानगर संघ अध्यक्ष जसवंत गन्ना, ट्रस्टी सुरेशचंद गाँधी, चामराजपेट संघ के पूर्व संचालक सुरेशचंद रूणवाल आदि उपस्थित थे।