मध्य प्रदेश राजभवन में अहिंसा विश्व भारती द्वारा राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित


राज्यपाल लालजी टंडन ने महात्मा गांधी की 150 वीं वर्षगांठ पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का किया उदघाटन 




गाँधी जी के सिद्धांतों पर चलकर देश की एकता और अखण्डता को मजबूत बनाना होगा : आचार्यश्री लोकेशजी



 भोपाल। मध्य प्रदेश के महामहिम राज्यपाल लालजी टंडन ने राजभवन मे अहिंसा विश्व भारती संस्था द्वारा महात्मा गांधी की 150 वीं जन्म जयंती वर्ष के उपलक्ष्य मे आचार्य डॉ. लोकेशजी के सानिध्य में आयोजित  “आध्यात्मिकता द्वारा मानव और सामाजिक विकास”  राष्ट्रीय संगोष्ठी का उदघाटन किया। राज्यपाल ने कहा कि यह बेहद हर्ष का विषय है कि अहिंसा विश्व भारती संस्था देश के विभिन्न प्रान्तों में 25 सम्मेलनों का आयोजन कर रही है। इन सम्मेलनों के माध्यम से महात्मा गांधी की  शिक्षाएं जन जन तक प्रसारित होंगी। यह न केवल एक ऐतिहासिक कदम है बल्कि राष्ट्र निर्माण मे अहम भूमिका निभाएगा। इस श्रंखला में, मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक शहर भोपाल स्थित राजभवन मे संगोष्ठी आयोजित करने के लिए अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक आचार्य डॉ. लोकेशजी एवं सभी कार्यकर्ताओं को हार्दिक बधाई। राज्यपाल लालजी टंडन ने कहा कि हमारे देश में अनेक महापुरुषों भगवान महावीर, महात्मा गाँधी आदि ने अहिंसा पर बहुत बल दिया। इन युग पुरुषों ने अहिंसा के महत्व को समझा, इसकी राह पर चले और अनुभवों के आधार पर दूसरों को भी इस राह पर चलने को कहा। भगवान महावीर के इन्ही सिद्धांतों को महात्मा गांधी ने आगे बढ़ाया। महात्मा गांधी ने कहा कि सिर्फ कर्म से ही नहीं, मन और वचन से भी हिंसा करने की कोशिश न करें। उन्होने हिंसा को रोकने के लिए अनेक बार सत्याग्रह और अनशन किए। अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक आचार्य डॉ लोकेश ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि अनेकता मे एकता भारतीय संस्कृति की मौलिक विशेषता है, भारत की विभिन्नता में एकता की ताकत के साथ अगर हमारे सामाजिक और पारिवारिक मूल्य सुरक्षित नहीं होंगे, तो भारत का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा। हमें गाँधी जी के सिद्धांतों पर चलकर अपने देश की एकता और अखण्डता को मजबूत बनाना होगा। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के विचार हमारे अंदर राष्ट्र भक्ति का भाव जाग्रत करते हैं। देश में शांति लाना है, तो बापू को याद करना होगा और उनके दिखाए रास्ते पर चलना होगा। आचार्य डॉ लोकेश ने बताया कि अहिंसा विश्व भारती संस्था 25 कार्यक्रमों के माध्यम से समाज तक गाँधी जी के विचारों, गाँधी जी का सत्य, अहिंसा, सादगी और ईमानदारी के  मार्ग को जन जन तक पहुँचाने हेतु प्रयासरत हैं एवं इस शृंखला का अंतिम कार्यक्रम अमेरिका के न्यू यॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र संघ के मुख्यलाय पर आयोजित होगा। इस अवसर पर आचार्यश्री ने राज्यपाल को अहिंसा विश्व भारती की पत्रिका ‘आह्वान’ भी भेंट किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि महात्मा गांधी द्वारा बताए गए अहिंसा एवं अध्यात्म के रास्ते पर चलकर जीवन में कुछ भी हासिल किया जा सकता है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आचार्य लोकेशजी को लंदन पार्लियामेंट में ‘महात्मा गांधी नोबल पुरस्कार’ हेतु चयनित होने के लिए बधाई दी और आगामी कार्यक्रमों के सफलतापूर्वक आयोजन की कामना की। मध्य प्रदेश के कानून मंत्री पी. सी. शर्मा ने अपने संदेश में कहा कि जब धार्मिक गुरु देश-दुनिया मे शांति एवं सद्भाव के लिए आगे बढ़कर कार्य करते है तो देश को विश्व शक्ति बनने से नहीं रोका जा सकता। प्रखर लेखक वेद प्रताप वैदिक ने कहा कहा कि युवाओं में प्रचंड ऊर्जा है, हमें इस युवाशक्ति को उचित दिशा की ओर प्रेरित करना होगा जिससे राष्ट्र का निर्माण सफलतापूर्वक हो सके।  इस अवसर पर निर्मल जैन ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया, कार्यक्रम का संचालन प्रेम गुप्ता ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ व समापन राष्ट्रगान द्वारा हुआ ।