उज्जैन। भूतभावन भगवान श्री महाकालेश्वर की गणना भारत वर्ष के सुप्रसिद्ध द्वादश ज्योतिर्लिंग में की गई है। भगवान महाकाल अवंती क्षेत्र एवं महाकाल व शैव क्षेत्र के क्षेत्राधिपति माने गये है। उज्जैन के ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर स्वयंभू माने गये है। दक्षिणामूर्ति होने से तंत्र की दृष्टि से उनका विशिष्ट महत्व है इसलिए उज्जयिनी के भगवान श्री महाकाल के दर्शन हेतु दूरदराज से हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन दर्शन के लिए आते है। वर्ष के प्रथम दिवस दर्शन हेतु आये श्रद्धालुओं के लगभग 45 से 01 घण्टे में भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन हुए।
अंग्रेजी नव वर्ष 2020 के प्रथम दिन खबर लिखे जाने तक लगभग 01लाख से सवा लाख भक्तों ने भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन किये
श्री महाकालेश्वर भगवान के पट प्रात: 04 बजे भस्मार्ती से खुले। भस्मार्ती में 2100 भक्त शामिल हुए। मंदिर के नंदीमंडपम, गणपति मंडपम व कार्तिकेय मंडपम में श्रद्धालुओं को ठंड से राहत हेतु दरी व मेटिंग बिछाई गई थी, जो प्रतिदिन बिछाई जावेगी। साथ ही भस्मार्ती दर्शन हेतु एल.ई.डी. स्क्रीन के माध्यम से शहनाई गेट के जिक–जेक में दो स्क्रीन की व्यवस्था की गई। इसके अतिरिक्त शंख द्वार, वी.आई.पी. गेट (मंदिर पुलिस चौकी) पर भी एल.ई.डी. के माध्यम से भस्मार्ती के दर्शन की व्यवस्था की गयी। उक्त सभी स्थानों पर ठंड के मौसम को दृष्टिगत रखते हुए मेटिंग बिछाई गई थी । जिससे श्रद्धालुओं को सुगमता से दर्शन हुए।
नागदा विधायक दिलीप सिंह गुर्जर, घटिया विधायक रामलाल मालवीय, आई.जी. राकेश गुप्ता, उज्जैन के पूर्व संभागायुक्त अरूण पाण्डे, पूर्व नगर निगम आयुक्त विजय कुमार जे, मंदिर समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर श्री शशांक मिश्र, प्रशासक एस.एस. रावत बॉडी बिल्डर अनिल बिलावा (मुंबई श्री 2020) सहित देश –विदेश के विभिन्न अतिथियों आदि ने अंग्रेजी नव वर्ष के प्रथम दिवस की शुरूआत श्रीमहाकालेश्वर भगवान के दर्शन से की। गर्भगृह में प्रवेश बंद के दौरान प्रतिदिन होने वाली दर्शन व्यवस्था के अंतर्गत नियत समय प्रात: 7.45 से 9.45 व दोपहर 02 से 04 बजे तक भी श्रद्धालुओं को दर्शन हुए , जिसमें रू. 1500 एवं प्रोटोकॉल दर्शन चालू रहे।
मंदिर के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी भस्मार्ती से व्यवस्था बनाने में लगे रहे। मंदिर में अत्यधिक भीड़ होने के कारण कलेक्टर शशांक मिश्र द्वारा मंदिर परिसर का निरीक्षण किया गया। साथ ही मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक रावत द्वारा कंट्रोल रूम के कैमरों के माध्यम से सतत मॉनिटरिंग की जाकर आवश्यक दिशा निर्देश दिये जा रहे थे।
नव वर्ष के प्रथम दिवस बडों से लेकर बच्चों ने किये बाबा श्री महाकाल के दर्शन
अंग्रजी नव वर्ष के प्रथम दिन भगवान श्रीमहाकाल के हजारों भक्तों ने दर्शन किये दर्शन करने वाले भक्तों में महिला, पुरूष, वृद्ध एवं दिव्यांगजन के अतिरिक्त सबसे अधिक संख्या में विद्यालय- महाविद्यालयों के विद्यर्थियों ने भी भगवान के दर्शन कर अपने आप को धन्य महसूस किया। निर्गम द्वार पर श्रद्धालुओं से चर्चा के दौरान उज्जैन के मेडिकल कॉलेज से अपने मित्रों के साथ दर्शन करने आयी सुश्री रोमा कुमावत ने कहा कि, हमें 01 घण्टे में श्रीमहाकालेश्वर भगवान के दर्शन हुए मंदिर की व्यवस्थाएं बहुत अच्छी है और सफाई भी अच्छी दिख रही है। इसी प्रकार अपने मित्रों के साथ नव वर्ष पर भगवान का आशिर्वाद लेने आये सूरत के भक्त श्री कमलेश पंवार ने कहा कि, मंदिर की व्यवस्थाएं व साफ-सफाई बहुत अच्छी है। मुझे श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन में 01 घण्टे का समय लगा।
वर्ष के प्रथम दिन रूपये 23 लाख 09 हजार 409 की आय मंदिर को प्राप्त
श्रीमहाकालेश्वर मंदिर करोडों भक्तों की श्रद्धा व आस्था का केन्द्र है, वर्ष के प्रथम दिवस मंदिर आने वाले भक्तों द्वारा दानराशि, प्रसाद, शीघ्रदर्शन से अलग-अलग आय हुई है। जिसमें दान राशि रू. 01 लाख 43 हजार 149 , शीघ्र दर्शन से रूपये 8 लाख 03 हजार 250 रू. की आय तथा लड्डू प्रसाद से रू. 13 लाख, 49 हजार 260 की आय हुई । इसी प्रकार 10 ग्राम एवं 05 ग्राम के सिक्कों से 13750 की आय हुई। इस प्रकार कुल आय रूपये 23 लाख 09 हजार 409 की आय मंदिर समिति को प्राप्त हुई। इसके अतिरिक्त नंदीमंडपम की भेंट पेटी से रूपये 07 लाख 69 हजार 676 प्राप्त हुए।
वर्ष के प्रथम दिवस भक्तों ने लिया दाल बाफले का स्वाद
श्रीमहाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित नि:शुल्क अन्नक्षेत्र में नव वर्ष के प्रथम दिवस मालवा के प्रसिद्ध दाल, बाफले, कढ़ी, लड्डू-चूरमा, चावल, सब्जी अब श्रद्धालुओं को भी भोजन प्रसाद के रूप में परोसा गया। जिसका स्वाद लगभग 1500 भक्तों ने लिया। श्रीमहाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के सदस्य दीपक मित्तल की प्रेरणा से 31 दिसम्बर 2019 व 01 जनवरी 2020 को मुंबई निवासी रामचन्द्र मित्तल एवं प्रसाद मित्तल के माध्यम से श्रीमहाकालेश्वर अन्नक्षेत्र में भोजन प्रसादी की संपूर्ण व्यवस्था की गई। इसी प्रकार समिति सदस्य मित्तल के माध्यम से उज्जैन की सुश्री वर्षा व्यास द्वारा 15 लीटर के 11 तेल के डिब्बे व सेवा भारती संस्था जयपुर के माध्यम से 30 किलो तुअर दाल व 50 किलो आटा दान में प्राप्त हुआ। इसके अतिरिक्त पूर्व में भी अन्नक्षेत्र में सहयोग कर चुकी इन्दौर आकाशवाणी में कार्यरत सुश्री आशा शर्मा द्वारा 15 किलो शुद्ध घी दान के रूप में प्राप्त हुआ है। इसी प्रकार दीपक मित्तल के माध्यम से उज्जैन के गोविन्द खण्डेलवाल द्वारा 250 किलो आटा प्रति माह की 01 और 15 तारीख को बाफले हेतु दान के रूप में प्राप्त हो रहा है। नागपुर से पधारें भक्त अमोलकुमार ने अन्नक्षेत्र में बर्तन स्वच्छ करने की सेवा दी।