बीकानेर। आचार्यश्री महाप्रज्ञ जन्म शताब्दी ज्ञान चेतना वर्ष के अवसर पर अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशन पर गंगाशहर महिला मंडल द्वारा साध्वीश्री अमितप्रभाजी, गुप्तिप्रभाजी, समणीश्री मधुरप्रज्ञाजी के सान्निध्य में हैप्पी एंड हर्मिनियस फेमिली सेमिनार का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुभ शुरुआत महाप्रज्ञ अष्टकम तथा गीतिका द्वारा की गई। बबीता सेठिया ने साध्वीप्रमुखाश्रीजी के मंगल संदेश का वाचन किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एमजीएसयू की विभागाध्यक्ष डॉ. मेघना शर्मा ने कहा कि महाप्रज्ञजी की कृति में स्वस्थ समाज- स्वस्थ परिवार के निर्माण को सुन्दर तरीके से समझाया गया है। डॉ. मेघना ने कहा कि पति-पत्नी को सामंजस्य बनाना होगा तभी परिवार की नींव मजबूत होगी।
श्रमणी मधुरप्रज्ञाजी ने बताया कि आचार्य महाप्रज्ञ की 300 पुस्तक का अध्ययन किया है तथा 31 दिसम्बर को इनकी 121वीं पुस्तक का विमोचन आचार्यश्री महाश्रमणजी के सान्निध्य में होगा।
साध्वीश्री गुप्तिप्रभाजी ने कहा कि परिवार संयोजन में गृहिणी की मुख्य भूमिका होती है। बच्चों में अनुशासन और संस्कार के बीज बोकर ही श्रेष्ठ परिवार का निर्माण हो सकता है।
शासनश्री अमितप्रभाजी ने कहा कि सामंजस्य और सहिष्णुता परिवार को एकजुट करते हैं, परिवार एकजुट रहेगा तो समाज मजबूत बनेगा। मुख्य वक्ता डॉ. मेघना शर्मा का स्वागत अध्यक्षा ममता रांका तथा परिचय मंत्री कविता चौपड़ा द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में संचालन प्रेम बोथरा ने किया तथा मधु छाजेड़ ने आभार ज्ञापित किया।
हैप्पी एंड हर्मिनियस फैमिली सेमिनार में दिया श्रेष्ठ परिवार का मंत्र